गरीब लड़के की कहानी

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          गरीब लड़के की किसी और उसकी सफलता         

👉एक छोटे से गांव में एक लड़का रहता था जिसका नाम निखिल था निखिल का सपना था कि वह बहुत बड़ा आदमी बने और वह अपने गांव का नाम रोशन करें पर वह निखिल बहुत ही ज्यादा गरीब था लेकिन उसकी आंखों में एक जोश और आत्मविश्वास भी था और उसने अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित था उसकी माता का नाम शारदा था वह खेतों में मजदूरी करती थी और उसके पिता का नाम जगदीश था वह गांव के छोटे-मोटे काम करके अपने घर का गुजारा चलता था निखिल को पढ़ाई में बहुत ज्यादा रुचि थी लेकिन उसके परिवार में आर्थिक तंगी बहुत ज्यादा थी 


 जिसके कारण उसे किताबें खरीदने और स्कूल की फीस भरने के लिए भी पैसे नहीं थे और जो थोड़ी पढ़ाई हो रही थी वह भी नहीं कर पा रहा था इसलिए उसने डैनी से किया कि मुझे शिक्षा करना बहुत जरूरी है तभी मैं जीवन में आगे बढ़ सकता हूं एक बार शहर में बहुत बड़ा एक प्रयोग आयोजन हुआ जिसका पुरस्कार बहुत ही बड़ा था और निखिल ने सोचा कि मुझे यह अवसर गवाना नहीं चाहिए और उसने इस प्रतियोगिता में भाग ले लिया Next story 

संघर्ष की शुरुआत


👉निखिल के लिए यह सपना केवल प्रतियोगिता जीतने का नहीं था बल्कि उसे अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को पूरा करने का भी एक मौका था और उसने ठान लिया कि इस प्रतियोगिता में भाग लेकर उसे जीतने की पूरी कोशिश करनी चाहिए लेकिन उसकी राह आसान नहीं थी सबसे पहले उसे शहर जाने के लिए पैसे का बंदोबस्त करना था तो निखिल ने अपने पिता से बात की तो पिता ने कहा कि बेटा हम बहुत ज्यादा गरीब है और हमारे पास इतना पैसा नहीं होगा तब निखिल ने अपने दोस्तों से पैसा उधार मांगने का सोचा तब दोस्तों ने पैसा उधार दे दिया 

और फिर निखिल ट्रेन में जब सफर करने निकला तो उसके साथ बहुत ही ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ा जिसमें उसे स्टेशन में उसका बैग चोरी हो गया जिसमें उसे प्रतियोगिता की किताबें रखी हुई थी पर निखिल ने हार नहीं मानी और किताबों को दोबारा खरीद कर पुणे तैयारी करना स्टार्ट कर दिया 

प्रतियोगिता में भागीदारी


👉शहर पहुंचने के बाद निखिल ने प्रतियोगिता स्थल पर पहुंचकर अपना पंजीकरण कराया वहां पर उसने देखा की बहुत सारे प्रतिभाशाली बच्चे दिखे जो बहुत ही अमीर घर के थे उनके पास सभी प्रकार की सुविधा थी निखिल उन्हें देखकर अंदर ही अंदर सोने लगा कि वह उनसे मुकाबले में खड़ा नहीं रह सकता लेकिन निखिल ने अपने आत्मविश्वास को बनाए रखा और प्रतियोगिता में पूर्ण रूप से अपना हिस्सा जाते और उसने सुबह से लेकर रात तक कठिन अभ्यास किया खुद को इस प्रतियोगिता के लिए पूरी तरह से तैयार किया और मेहनत रंग लाई और वह प्रतियोगिता के अंत में पांचवें स्थान पर आ गया Story link


हालांकि वह प्रथम स्थान नहीं लाया लेकिन अपनी पूरी मेहनत और आत्मविश्वास बोल के साथ उसने साबित कर दिया कि इस प्रतियोगिता में निखिल की सीखने और जीत हार का सिर्फ स्थिति पर निर्भर नहीं कर दी है बल्कि हमारे आत्मविश्वास के प्रयास पर भी निर्भर करती है निखिल को समझ आ गया की असली सफलता संघर्ष और कठिनाई से जोड़ने में होती है 

                               👇 निखिल के गरीब माता-पिता👇


परिवार कासमर्थन


👉निखिल के परिणाम को देखने के बाद परिवार बहुत ही ज्यादा खुश हुआ और उसकी माता शारदा ने कहा कि तू मेहनत जितनी ज्यादा करेगा हो तू उतना ही बड़ा आदमी बनेगा और निखिल के पिता ने निखिल को देखकर कहा की तू एक दिन बहुत बड़ा आदमी बनेगा

निखिल का अर्थ विश्वास अब बहुत ही ज्यादा बढ़ चुका था और उसे यकीन हो गया था कि मैं और आगे पढ़ाई करूंगा 

आगे की यात्रा


👉अब निखिल ने अपनी पूरी ऊर्जा से पढ़ाई करना शुरू कर दिया और दिन रात किताबों को में खो गया कठिन परिश्रम और प्रयास के बाद भी उसे अभी गांव में पूरी तरह से सभी चीज नहीं मिल पा रहे थे इसलिए गांव के बच्चों को वह अच्छी शिक्षा देना प्रारंभ कर दिया जिससे उसे अपने खर्च के लिए पैसे मिलने लगे थे और जिससे कि वह निखिल आगे की पढ़ाई और बढ़ने लगा क्योंकि शिक्षा हमें मिले या किसी और को शिक्षा भविष्य के लिए बहुत ज्यादा जरूरी होती है

 वह अपने गांव के बच्चों को समझने की कोशिश करता था कि यदि पढ़ाई में अपना मन केंद्रित करो कि तो तुम भविष्य में बहुत कुछ कर सकते हो निखिल ने अपने पूरे गांव के बच्चों को एक नई उम्मीद जागी और शिक्षा में आगे बढ़ने का प्रयास किया 

सफलता कीऔर


👉कुछ सालों बाद निखिल को अपनी पूरी कड़ी मेहनत और संघर्ष के साथ उसे परिणाम प्राप्त हुआ और उसे एक बड़े शहर में प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में प्रवेश मिल गया मैं जानता था कि वह रास्ते में कई कठिनाई आएंगे फिर भी वह खड़ा रहा और पूरी तरह से तैयारी करता रहा और यूनिवर्सिटी में भी अपना दाखिला कर लिया और आगे की पढ़ाई को जारी कर दिया 

👇निर्देश;-


और फिर निखिल आखिर में एक बहुत ही बड़ा आदमी बन जिसे देखकर उसके माता-पिता बहुत ही ज्यादा खुश हुए अदा हमें इस कहानी से शिक्षा मिलती है की कठिनाई कितनी भी हो आखिर में हमें सफलता अच्छी ही मिलती है

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