Garib Ladke ki Kahani
👉भाग 1. परिचय
एक गांव में एक छोटा सा लड़का रहता था जिसका नाम अमित था वह बहुत ही ईमानदार और मेहनती था उसके माता-पिता गरीब थे और वह बहुत ही सीधा और सरल लड़का था लेकिन वह हमेशा अपने से छोटे बच्चों को अच्छी और सच्ची शिक्षा देता था
👉भाग 2. घटना की शुरुआत
एक दिन गांव में बहुत बड़ा मेला लगा और मेला देखने के लिए सभी लोग वहां गए थे अमित को भी बहुत ही ज्यादा हो सकता थी कि वह भी मेला देखने जाएगा लेकिन मेला देखने जाने के लिए उसके पास पैसे नहीं थे और वह यही सोच रहा था वह मेला कैसे देखने जा सकते हैं Link
👉भाग 3. अमित की सोच
अमित के दिमाग में एक विचार आया कि उसे महिला देखने जाना है तो उसके लिए पैसों की जरूरत है तो उसने सोचा कि अगर मैं पैसे कमा लूं तो मैं मेला देखने जा सकता हूं इसके बाद उसने गांव के एक खेत में काम करने का निश्चय किया और वहां से काम करने के बदले उसने पैसे कमाए
👉भाग 4. मेले में क्या हुआ
अमित मेला देखने गया वहां उसने देखा कि कई दुकानें थीं जहां लोग सामान भेज रहे थे और काफी लोग खरीद रहे थे अमित बहुत खुश हुआ हर दुकान के पास जाकर उसने चीजों को देखा तभी उसकी नजर एक खेल पर पड़ी जहां पर एक गेम खेला जा रहा था जिसका पुरस्कार बहुत सारी मिठाइयां थी अमित ने सोचा कि अगर वह यह खेल जीत लेता है तो उसे ढेर सारी मिठाइयां मिल जाएगी
👉भाग 5. खेल में भाग लेना
अमित ने खेल में भाग लिया खेल में उसने बहुत मेहनत करनी पड़ी लेकिन वह सच्चाई और अच्छाई के साथ खेल रहा था और दूसरे खिलाड़ी उसे धोखा देने की कोशिश कर रहे थे लेकिन हम इतने किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं की अतः वह अमित खेल में जीत गया और वह पुरस्कार में ढेर सारी मिठाइयां का गया
👉भाग 6. सच्चाई की जीत
जब अमित ने पुरस्कार में मिठाई पाई तो वहां के आयोजक ने उनसे कहा कि तुम इस खेल में सच्चाई के साथ खेले हो और भाग लिया है तभी तुम जीत पाए हो इसीलिए तुम्हें यह पुरस्कार दिया गया है अमित बहुत ही ज्यादा खुश हुआ और वह मिठाई ले जाकर अपने माता-पिता को दे दिया Link
👉भाग 7. सफलता की सच्चाई
अमित ने यह सीखा की सच्चाई और मेहनत में किसी भी काम में सफलता प्राप्त की जा सकती है उसने यह भी समझ की सच्चाई ही सफलता का राज होती है अगर हम सच्चे दिल से किसी कार्य को करते हैं तो उसमें सफल निश्चित होते हैं के अमित ने इस खेल में सीखा
निष्कर्ष ;-
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि हमें हमेशा सच्चाई और अच्छाई पर भरोसा रखना चाहिए और हमें कभी भी झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए किसी भी मेहनत में या लक्ष्य की प्राप्ति करने के लिए चाहे जितनी भी कठिन परिस्थिति क्यों ना हो हमेशा हमें सच्चाई का ही साथ देना चाहिए