Chudail ki Kahani in Hindi
भारत में चुड़ैल की कहानियाँ बहुत पुरानी हैं। लेकिन क्या आपने कभी सुनी है एक ऐसी चुड़ैल की कहानी जो न तो किसी भूतिया महल में रहती थी और न ही रात के अंधेरे में घूमती थी?
कहानी की शुरुआत:-
यह कहानी एक छोटे से गांव की है जो शहर से दूर पहाड़ियों के बीच बसा हुआ था। यहां के लोग आमतौर पर शांत और खुशहाल रहते थे। एक दिन गांव में एक नई महिला आई जिसका नाम था कुमुदी। वह काफी सुंदर और आकर्षक थी लेकिन उसके चेहरे पर हमेशा एक अजीब सी उदासी और गहरी चुप्पी रहती थी। लोग उसे देख तो लेते लेकिन कभी उससे ज्यादा बात नहीं करते थे। गांव में उसकी मौजूदगी कुछ अजीब सी लगती थी।
कुमुदी ने एक पुराने मकान में रहना शुरू किया जो सालों से खाली पड़ा हुआ था। उसके बारे में तरह-तरह की बातें फैलने लगीं। कुछ लोग कहते थे कि कुमुदी एक साध्वी है जो तंत्र-मंत्र के लिए इस गांव में आई है तो कुछ का मानना था कि वह किसी भूतिया परिवार से है। लेकिन कुमुदी के साथ जो हो रहा था वह कुछ और ही था।
कुमुदी का राज:-
वह हर दिन सुबह-सुबह जंगल में जाती थी और बड़े-बड़े पेड़ों के नीचे घंटों बैठी रहती थी। कभी-कभी तो उसके साथ किसी से बात करते हुए आवाजें सुनाई देती थीं लेकिन जब लोग पास जाते, तो वहां कोई नहीं होता। इस रहस्यमयी व्यवहार ने गांववालों को और भी घबराहट में डाल दिया। उन्हें लगने लगा कि कुमुदी दरअसल एक चुड़ैल है।
एक रात गांव के कुछ युवा लड़के और लड़कियाँ उस पुराने मकान के पास गए ताकि कुमुदी का सच जान सकें। उन्होंने देखा कि कुमुदी घर के आंगन में बैठी थी और अचानक वह घने अंधेरे में गायब हो गई। सभी लोग डर के मारे वहां से भाग गए लेकिन एक लड़का अर्जुन जो थोड़ा साहसी था वहीं रुका। उसने धीरे-धीरे आंगन की ओर कदम बढ़ाए और देखा कि कुमुदी की हड्डियाँ चमक रही थीं जैसे किसी ने उन्हें चांदी से ढक दिया हो।
अर्जुन को समझ में आ गया कि कुमुदी कोई साधारण महिला नहीं थी। वह दरअसल एक चुड़ैल थी लेकिन उस चुड़ैल का रूप भूत-प्रेत जैसा नहीं बल्कि एक रूहानी सशक्ति का था। कुमुदी ने अर्जुन से कहा तुम सही समझे हो। मैं एक चुड़ैल हूं लेकिन मैं किसी को हानि नहीं पहुँचाती। मैं यहां अपने टूटे हुए सपनों को ढूंढने आई हूं। मुझे एक मौका दो और मैं तुम्हारे सामने अपना सच उजागर करूंगी।
चुड़ैल का सच:-
कुमुदी ने अर्जुन को बताया कि वह एक समय में गांव की सबसे प्यारी लड़की थी। लेकिन उसकी सुंदरता और आकर्षण ने गांव के एक अमीर लड़के को अपना शिकार बना लिया था। वह लड़का उसे धोखा देकर शहर भाग गया, और कुमुदी ने खुद को अकेला महसूस किया। उसकी आत्मा ने इतना दुख सहा कि वह चुड़ैल बन गई। उसने अपने भीतर का दर्द और ग़म भूतिया शक्तियों में बदल दिया, लेकिन अब वह चाहती थी कि कोई उसकी मदद करे।
अर्जुन ने कुमुदी से कहा तुम्हें अपने दुख को छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए। किसी भी इंसान को अतीत में जीकर अपनी ज़िन्दगी को ख़त्म नहीं करना चाहिए।
कुमुदी ने उसकी बात मानी और धीरे-धीरे वह फिर से सामान्य हो गई। उसकी आत्मा को शांति मिली और उसकी चुड़ैल की ताकत खत्म हो गई। कुमुदी फिर से गांव की एक आम लड़की बन गई, लेकिन इस बार वह किसी से बदला लेने के बजाय अपने दुखों से बाहर आकर खुश रहने लगी।
कहानी का संदेश:-
यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हमारी दुखों और ग़मों को केवल हम ही खुद अपनी सोच और मानसिकता से बदल सकते हैं। हमें अपने दिल से निकालकर एक नए जीवन की ओर बढ़ना चाहिए। हम कभी भी अपने हालात से बाहर आ सकते हैं, बस जरूरत है तो आत्मविश्वास और सकारात्मक सोच की।
(FAQs)
चुड़ैल का दूसरा नाम क्या है ?
चुड़ैल, जादूगर, डायन, जादूगरनी शब्द से हाल में उदाहरण है |
भूत कब आते हैं ?
जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है और उसकी इच्छा पूर्ण नहीं होती है तो वह पुनर्जन्म के लिए वह स्वर्ग और नरक नहीं जा पता है तो वह भूत बन जाता है |
चुड़ैल का उल्टा क्या होता है ?
चुड़ैल का विलोम शब्द भूत होता है |