तुमसे ही है मेरी दुनिया
राहुल एक छोटे से गाँव का लड़का था, जो शहर में अपनी किस्मत आजमाने आया था। उसकी ज़िन्दगी बहुत साधारण थी, रोज़ के संघर्षों में खोई हुई। लेकिन एक दिन, एक अनजानी राह पर उसकी मुलाकात हुई सिमा से। सिमा, एक बड़े शहर की लड़की थी, जो अपनी पढ़ाई खत्म करने के बाद अपनी ज़िन्दगी के नए अध्याय की शुरुआत करने आई थी।
राहुल और सिमा का मिलना एक हादसे जैसा था। एक छोटी सी गलती की वजह से, दोनों का रास्ता एक ही जगह पर आ मिला। पहले तो दोनों असहज थे, एक-दूसरे से बात करने में झिझक महसूस हो रही थी, लेकिन धीरे-धीरे वो एक-दूसरे के करीब आने लगे। राहुल ने सिमा को अपनी सादगी से दिल छू लिया, और सिमा ने राहुल को अपने सपनों के बारे में बताया।
समय के साथ, दोनों ने एक-दूसरे को जानना शुरू किया। राहुल ने सिमा को बताया कि वह हमेशा से किसी को अपना प्यार देने की इच्छा रखता था, लेकिन ज़िन्दगी के संघर्षों ने कभी उसे ऐसा करने का मौका नहीं दिया। सिमा ने बताया कि उसकी ज़िन्दगी का सबसे बड़ा सपना था, किसी ऐसे इंसान से प्यार करना जो उसे बिना शर्त समझे।
उनकी ज़िन्दगी में बहुत उतार-चढ़ाव आए। कई बार ऐसा लगा कि उनकी राहें अलग हो जाएंगी, लेकिन प्यार और समझदारी के साथ उन्होंने हर मुश्किल को पार किया। राहुल की सच्ची भावना और सिमा की सजीव सोच ने दोनों को हमेशा एक दूसरे के पास रखा।
एक दिन, राहुल ने सिमा से कहा, "तुमसे ही है मेरी दुनिया तुम्हारे बिना सब कुछ अधूरा है।" सिमा मुस्कुराई और उसने जवाब दिया, "तुम मेरे हो, और हम हमेशा एक साथ रहेंगे।
वो दिन था, जब उनकी कहानी एक नए मोड़ पर पहुँची—वो एक-दूसरे के दिलों में घर कर चुके थे, और उनकी ज़िन्दगी अब सच्चे प्यार की मिसाल बन चुकी थी।